दिल्ली का मालिक उत्तर प्रदेश में हुआ कंगाल
उत्तर प्रदेश में 2017 निकाय चुनाव के जरिये जनता ने योगी और मोदी के काम पर अपनी मोहर लगा दी है | जनता ने अपनी वोट से विपक्षियों को जवाब दिया है जिसमे कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और आम आदमी पार्टी का सूपड़ा साफ़ हो गया वही बसपा के दो मेयर इसमें जीत गए |
जैसा की अब पुरे देश को पता है की बीजेपी के 16 में से 14 मेयर जीत गए है वही हर बार की तरह प्रचंड बहुमत का सीना ठोक कर दवा करने वाले दिल्ली के मालिक की पार्टी आम आदमी पार्टी ने भी अपने मेयर उमीदवार उतारे थे और जीतने का दावा तक ठोक दिया था |
गोवा और पंजाब में भी आम आदमी पार्टी ने ऐसा ही दावा ठोका था लेकिन अपनी ओछी राजनीती के कारण आम आदमी पार्टी पंजाब और गोवा हार गयी थी | गुजरात में सभी सीट्स पर लड़ने का वडा करने के बाद हार की आशंका के बीच आम आदमी पार्टी ने अपने 11 उमीदवार ही गुजरात में उतारे है |
अब आपको बताते है की दिल्ली के मालिक के उमीदवारो को चुनावों में कितनी बुरी हार का सामना करना पड़ा और उत्तर प्रदेश ने बता दिया की हम अनपढ़ हो सकते है लेकिन दिल्ली वालो की तरह पढ़े लिखे बेवकूफ नहीं हो सकते |
आम आदमी पार्टी रिपोर्ट उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव
16 मेयर – सबकी जमानत जब्त
429 नगर पंचायत – 2 जीते , 401 जमानत जब्त
198 नगर पालिका – सबकी जमानत जब्त
पंचायत व पालिका सदस्य कुल 8000 सीट – 19 जीती , 7656 सीटों पर जमानत जब्त
1- पंचायत अध्यक्ष
2- पार्षद
16- सभासद
यहाँ तक की निर्दलीय उमीदवारो को भी आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों से ज्यादा वोट हासिल हुए है | वैसे तो दिल्ली के मालिक ने उत्तर प्रदेश में अपनी पार्टी की जमानत जबत कराने के आज़ाद भारत में अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए है फिर भी कुछ आपियों का कहना है की उत्तर प्रदेश में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया |